बियांड का खुलासा

*टुडे इन सिटी हिंदी समाचार पत्र*


*पत्रकार एस.जे. नियाजी कैमरा.मैन मो. शादाब की रिपोर्ट*


*भोली भाली जनता को सपनों का महल दिखाने वाली ब्यांड कंपनी के खिलाफ सड़कों पर होगा आंदोलन सुंध नहीं ले रहे प्रशासनिक अधिकारी कंपनी के भाग जाने की खबर से ग्रहको में आक्रोश*
*कानपुर अगस्त*
                             किस्तों पर सस्ती जमीन देने का झांसा देकर भोली-भाली जनता को ठगने वाली कंपनियों ने पूरे शहर के साथ साथ प्रदेश में अपना संजाल फैला रखा है तमाम शिकायतों के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों के जु तक नहीं रेंगती जब मामला सड़कों पर उतर आंदोलन करने पर उतारू होता है तब यह अधिकारी जागते हैं तब तक ऐसी कंपनियां भाग चुकी होती है इसके बाद मुकदमा दर्ज करा कर अधिकारी अपना पल्ला झाड़ लेते हैं जबकि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जमीन से अवैध कब्जा हटाने भू माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही किए.जाने का अभियान जारी है लेकिन शिकायत के बाद भी भू माफिया सरकारी जमीन कब्जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जा रही है बता दें कि ऐसा ही एक मामला ब्याण्ड रिसर्च एंड डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड का प्रकाशा में आया है उक्त कंपनी ने जरकला बुधेड़ा सिमरूवा बघारा आदि में कृषि कार्य हेतु जमीन खरीदी जिसमें लेखपाल मोहित व अशोक से मिली भगत कर अरबों की सरकारी जमीन अपनी कंपनी के नाम चड़वाली अरबों की जमीन की कौड़ियों के भाव भी तय करा दिया इनके जालसाजी का शिकार अब जनता हो रही है इस कंपनी ने सरकारी जमीन पर बैंक ऑफ बड़ौदा समेत कई अन्य बैंकों से फर्जी दस्तावेजों पर करोड़ों का लोन भी ले लिया है कंपनी के प्रमुख प्रभाकर गुप्ता ग्रहको की मांग पूरी ना कर पाने की वजह से विदेश भाग जाने की फिराक में है ब्याण्ड कंपनी के कार्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 700 य 800 ग्रहको के मनमाने पैसे लेकर रजिस्ट्री कराई जा चुकी है लेकिन किसी भी ग्राहक को अभी तक कब्जा नहीं दिया गया है जिससे ग्राहकों में आक्रोश व्याप्त है इसी आक्रोश के चलते उपभोक्ता से कंपनी के एजेंट बने नियाजी ग्रहक सईदअमीना शिवप्रताप श्री शर्मा जी ने मोर्चा खोल दिया है इसके अलावा भी कई उपभोक्ताओं ने संस्था से कंपनी पर त्वरित कारवाही किए जाने भागने से पहले जमीन का पैसा दिलाए जाने की गुहार लगाई है नरवल तहसील में उक्त दाखिल खारिज के लिए भी एक अधिवक्ता के पास मामला आया था पर फर्जी होने की वजह से उन्होंने दाखिल खारिज कराने से मना कर दिया बता दे कि जहा पर जगह ग्रहको को दिखाई गई वह जगह बंजर ऊसर है जो कि सरकारी संपत्ति के अंतर्गत आती है यही वजह है कि रजिस्ट्री के बाद भी अभी तक ग्रहको को उपभोगताओं को कब्जा नही मिल पाया है अब जब ग्रहको को कंपनी भाग जाने की ख़बर मिली तो यह बात जंगल मे आग की तरह फैल गई ग्रहक पैसा पाने की आस में लोगो के पास भागने लगे जिस पर एक संस्था ने आगे आकर जनता की गाड़ी कमाई का पैसा दिलाने का बीड़ा उठाया है संस्था के पूर्व अध्यछ एस .जे .नियाजी  जिन्हे अब तरह तरह से दबाव बनाकर चुप रहने के लिए कहा जा रहा है इस्से पहले भी डी. एम.कमीश्नर ए.डी.जी.से शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई कार्यवाही ना होने पर लोग धोका धड़ी का शिकार हो रहे हैं अब सड़को पर उतर कर ग्राहक आन्दोलल के लिए बाध्य है.